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गीतायन के बारे में

आरंभ: गीतायन की शुरुआत साधारण से सोशल मीडिया (मुख्यतः फेसबुक) पोस्ट्स के रूप में हुई थी। धीरे-धीरे पोस्ट इतने हो गए कि पाठकों ने उन्हें एक पुस्तक के रूप में संकलित करने की सलाह देनी शुरू कर दी।

इस तरह गीतायन पहली बार एक ई-बुक की शक्ल में आई। पाठकों में ई-बुक लोकप्रिय थी, लेकिन सभी इससे संतुष्ट नहीं थे और प्रकाशकों का ध्यान भी इसकी ओर जाने लगा था। जनवरी 2021 में ये पहली बार हर्फ़ प्रकाशन से प्रकाशित हुई और अमेज़न के जरिये पाठकों तक पहुँचने लगी

इसके बाद “गीतायन” का सफ़र रुका नहीं। पोस्ट, व्हाट्स एप्प ग्रुप और अन्य माध्यमों से ये अपने पाठकों से संपर्क बनाये रखती है।

संपर्क: bookgitayan@gmail.com

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