विचार और स्वरुप
वैसे तो चित्रकला, लेखन से बिलकुल अलग मामला है, लेकिन कभी कभी कहानियां चित्रकारों पर भी लिखी जाती हैं। ऐसी […]
वैसे तो चित्रकला, लेखन से बिलकुल अलग मामला है, लेकिन कभी कभी कहानियां चित्रकारों पर भी लिखी जाती हैं। ऐसी […]
एक बार की बात है, जब एक गरीब लेखक था। अब आप कहेंगे लेखक में गरीब का विशेषण जोड़ने की […]
किम हान मिन की बनाई “द एडमिरल” दक्षिण कोरिया में इतनी प्रसिद्ध हुई थी कि उसका मुकाबला सीधा “अवतार” फिल्म […]
प्रेरक फिल्मों की बात की जाये तो हाल में एक “अनब्रोकन” नाम की फिल्म आई थी। एंजेलीना जोली द्वारा निर्देशित […]
शादी-ब्याह में बैंड वाले “ये देश है वीर जवानों का…” वाला गाना क्यों बजाने लगते हैं, ये मेरी समझ में […]
कम सुनी हुई फिल्मों की बात करें तो 2019 में आई अमेरिकी फिल्म “फर्स्ट काऊ” का नाम भारत में करीब-करीब […]
ऐसा माना जाता है कि गुरु परशुराम के शाप के कारण अंतिम समय में कर्ण अपनी सीखी हुई विद्या भूल […]
एक नामी-गिरामी फ़िल्मी हस्ती होने का मतलब क्या होता होगा? और जो कहीं आप बिलकुल मामूली से ऐसे आदमी हैं […]
“पागलपन की हद से जो न गुजरे वो प्यार कैसा, होश में तो रिश्ते निभाए जाते हैं।” तापसी पन्नू, विक्रांत […]
हिन्दी सिनेमा में जब कलात्मक फिल्मों की बात होती है तो गुरुदत्त का नाम अपने आप ही याद आ जाता […]