खेल, खिलाड़ी भगवद्गीता और “द लांगेस्ट यार्ड”
निजी अहंकार को पोषण देने की मानसिकता, भारतीय स्कूल बचपन से ही लोगों को सिखाने लगते हैं। अगर आपको लगता […]
निजी अहंकार को पोषण देने की मानसिकता, भारतीय स्कूल बचपन से ही लोगों को सिखाने लगते हैं। अगर आपको लगता […]
करीब साठ साल पहले (1968 में) ‘संघर्ष’ नाम की एक फिल्म आई थी। बाद में इसी नाम की कई दूसरी […]
कभी सोचा है कि “पेट की आग”, या फिर “काम-वासना से दग्ध होना” जैसे जुमलों में आग या जलने का […]
2016 में एक फिल्म आई थी ‘पिंक’, वही जिसकी वजह से तापसी पन्नू को एक पहचान मिली। पर फिल्म में […]
ईरानी फिल्मों में बच्चों की कहानियां अब भी दिखाते हैं! उर्दूवुड बच्चों पर उतनी फ़िल्में नहीं बनाता। अगर आबादी के […]
“द रीडर” मेरी प्रिय फ़िल्मों में से एक। एक ऐसी फ़िल्म जिसे देख कर मैं कई दिनो तक यहीं सोचती […]
चंद्रकिशोर जयसवाल की उपन्यास पर एक बेहतरीन फिल्म बनी “रुई का बोझ” – फिल्म की कहानी एक बुज़ुर्ग व्यक्ति की […]
मिथिलांचल में एक कहानी होती है “दू गो दे”। दादी-नानी की सुनाई जाने वाली इस कहानी में राजा होता है। […]
अभी कुछ दिनों पहले साइकिल दिवस बीता। ऐसे में लोगों ने साइकिल से जुड़ी कई यादें ताज़ा की और इसी […]
कुतुबमीनार को लेकर बीच बीच में विवाद उठते रहते हैं। जैसा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण का विभाग स्वीकारता है, ये […]