मेलेना और भगवद्गीता
मेलेना को बच्चों के देखने की फिल्म तो नहीं कहा जा सकता। हाँ ये अवश्य है कि फिल्म के मुख्य […]
मेलेना को बच्चों के देखने की फिल्म तो नहीं कहा जा सकता। हाँ ये अवश्य है कि फिल्म के मुख्य […]
बोलने की आवाजें पुरानी फिल्मों में नहीं होती थीं और चार्ली चैपलिन करीब-करीब उसी दौर में फ़िल्में बनाते थे। जबतक […]
संभाजी पर हाल में बॉलीवुड में बनी एक फिल्म से विदेशों में देशभक्तों पर बनी फिल्मों की याद आई। मेरे […]
पहली बार, एक नजर देखने पर “ट्राली प्रॉब्लम” ऐसा सवाल लगता है, जिसका आसानी से हल निकाला जा सकता हो। […]
जिन्होंने हिंदी माध्यम से पढ़ाई की होती है, उनके लिए ये समझना आसान है कि योग का अर्थ होता है […]
“पढ़िए गीता; बनिए सीता; फिर इन सबमें लगा पलीता; किसी मूर्ख की हो परिणीता; निज घरबार बसाइए।“ ऐसा हम नहीं […]
किसी खिलाड़ी के लिए अभ्यास कितना उबाऊ होता होगा? मान लीजिये क्रिकेट ही खेलता है तो हर दिन सुबह उठकर […]
कहानी के नायक भुवन सोम एक विधुर हैं और रेलवे के बड़े अधिकारी। इन बातों पर आपका ध्यान इसलिए चला […]
एक कुर्दी फिल्म है “टर्टल्स कैन फ्लाई” जिसका नाम ही अजीब लगता है। काफी चर्चित रही इस फिल्म की कहानी […]
कहानी बस इतनी सी थी कि एक व्यक्ति पौ फटने से पहले ही (यानि 3-4 बजे सुबह) एक गठरी सी […]